concentration(एकाग्रता)

Concentration:

* In the five states of mind, concentration is one in which only the seeker has knowledge of the goal.        With concentration of mind, the power of Kundalini rises up after awakening.


 * Success is achieved by concentration.

 * If there is a matter of intelligence in life, they are concentration.  If there is a bad thing that is to              disperse the powers.


 * Unity is our only capital, this is the only guarantee we have for the protection of our legitimate                aspirations.


 * Walk together and speak together!  Rigveda


 * Permanent unity is where the conscience is the same.


 * Solitary is school of  statue .


 * Avoiding cursing your soul should be the first precaution of man and the second is to avoid the                infamy of the world.


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एकाग्रता:

* चित्त की पाँच अवस्थाओं में एकाग्रता एक हैं जिसमें सिर्फ साधक को ध्येय का ज्ञान रहता है । मन की एकाग्रता        से कुण्डालिनी की शक्ति जाग्रत होकर ऊपर उठ जाती हैं । 

* एकाग्रता से ही विजय प्राप्त होती है ।  

 * यदि जीवन में बुद्धिमानी की बात है . वह एकाग्रता हैं । यदि कोई खराब बात है . तो वह है शक्तियो को बिखेर          देना।

 * एकता ही हमारी एक मात्र पूँजी हैं यही अपनी जायज आकाक्षाओं की हिफाजत के लिए हमारे पास एकमात्र           गांरटी हैं । 

 * मिलकर चलो और मिलकर बोलो ! ऋग्वेद

 * स्थायी एकता वहीं हैं जहाँ अन्तःकरण एक होते है।

 * एकान्त प्रतिमा की पाठशाला हैं ।

 * अपनी आत्मा को कोसने से बचना मनुष्य की पहली एहतियात होनी चाहिए और संसार की बदनामी से बचना         दूसरी। 

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